प्रवीण नंगिया (ज्योतिष सलाहकार):
पंचांग में मुख्य रूप से पांच बातों का ध्यान रखा जाता है।
जिसमें तिथि, वार, योग, करण और नक्षत्र शामिल हैं। दैनिक पंचांग में चंद्रमा किस राशि में है, इसका विशेष ध्यान रखा जाता है।
इसके साथ ही चंद्रमा का किस नक्षत्र के साथ युति है यह बात भी ध्यान देने योग्य होती है। इसके साथ-साथ सूर्योदय का समय क्या है, सूर्यास्त कब हो रहा है, कौन सा पक्ष चल रहा है।
संबंधित तिथि पर करण क्या है और कौन का योग बन रहा है, इसे भी खास महत्व दिया जाता है।
इसके अलावा पूर्णिमांत माह कौन सा है, अमांत महीना कौन सा है, सूर्य किस राशि में स्थित है, सूर्य किस नक्षत्र में है, कौन सी ऋतु है, अयन क्या है, शुभ मुहूर्त या अशुभ समय क्या है, राहु काल कब से कब तक रहेगा, ये सारी जानकारियां पंचांग के अन्तर्गत मिलती है।
तिथि: वैशाख कृष्णपक्ष द्वितीया
नक्षत्र: स्वाति
सूर्योदय: 05:45
सूर्यास्त: 18:20
दिन-दिनांक: 08-04-2023 शनिवार
वर्ष का नाम: शुभकृत्, उत्तरायन
अमृत काल: 05:45 से 07:19
राहु काल: 08:53 से 10:28
वर्ज्यकाल: 18:15 से 19:50
दुर्मुर्हूत: 7:21 से 8:9